माइक्रो एटीएम (Micro ATM) –
हम सब ने पेट्रोल पंप पे एक छोटीसी मशीने तो देखि ही है। जिस मशीन से कार्ड स्वाइप कर के गाड़ी में पेट्रोल भर सकते है। इस छोटीसी मशीन को कहते है पीओएस (POS) मशीन। पीओएस (POS) मशीन का अर्थ है पॉइंट ऑफ़ सेल (Point Of Sale)मशीन। इसे कार्ड स्वाइप मशीन भी बोला जाता है। माइक्रो एटीएम (Micro ATM) इस पीओएस (POS) मशीन का ही एक संशोधित रूप है। इस के साथ फिंगरप्रिंट स्कैनर भी आता है।
एटीएम (ATM) के बारे में हम सब जानते ही है। पैसे निकालने के लिए हम एटीएम (ATM) का उपयोग करते है। पैसे निकालना,खाते की शेष राशि जानना, खाते का मिनी स्टेटमेंट निकालना जैसे काम एटीएम (ATM) से कर सकते है।एटीएम (ATM) से मिलनेवाली इस तरह की सेवाएँ प्रदान करने का काम माइक्रो एटीएम (Micro ATM) करता है।
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) का वर्णन हम इस तरह कर सकते है कार्ड स्वाइप मशीन (Card Swipe Machine) की तरह दिखनेवाला पर एटीएम (ATM) के काम करनेवाला मशीन।
अभी इस लेख के माध्यम से हम माइक्रो एटीएम (Micro ATM) और एटीएम (ATM) में क्या समानता है और क्या विभिन्न्नताएँ है ,यह हम इस लेख में विस्तार से जानेंगें।
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) कैसे काम करता है ?
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) चलाने के लिए बैंक एजेंट को नियुक्त करता है। इस एजेंट के पास जाकर आप माइक्रो एटीएम (Micro ATM) की सेवाओं का लाभ उठा सकते है।
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) के काम करने की प्रक्रिया के 3 भाग है।
1) आधार नंबर
2) फिंगरप्रिंट सत्यापन
3) बैंक सेवाएँ
माइक्रो एटीएम,एईपीइस (AePS) प्रणाली द्वारा काम करता है। पहले बैंक एजेंट माइक्रो एटीएम (Micro ATM) में आप का आधार नंबर दर्ज करेंगें। इस के बाद फिंगरप्रिंट सेंसर पर आप की ऊँगली रख कर बायोमेट्रिक सत्यापन (Biometric Verification) करना होता है। आप के बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद आप बैंक सेवाओं का लाभ ले सकते है।
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) द्वारा हमे यह सेवाएँ मिलती है।
1) नया खाता खोलना
2) खाते पे पैसे जमा करना
3) खाते से पैसे निकालना
4) दूसरे खाते में पैसे भेजना (फंड ट्रांसफर)
5) आधार सक्षम भुगतान (AEPS)
6) आधार सीडिंग
7) ईकेवाईसी
8) बायोमेट्रिक कैप्चरिंग
9) बैलेंस पूछताछ
10) मिनी स्टेटमेंट
उपरोक्त किसी भी सेवा का लाभ आप बैंक एजेंट से मिल कर ले सकते है। मान लो की आप को 5000 रुपए आप के बैंक खाते में भरने है। तो माइक्रो एटीएम (Micro ATM) के माध्यम से आप भर सकते है। आप के आधार और बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद बैंक एजेंट पैसे आप के बैंक खाते में जमा कर देंगे। और इस लेन देन की रसीद आप को उसी बैंक एजेंट से मिल जाएगी। ठीक इसी तरह पैसे निकलने पर और मिनी स्टेटमेंट में आप को रसीद मिल जाएगी।
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) से हम दूसरे खाते में भी पैसे भेज सकते है।
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) की शुरुआत क्यों हुई ?
एक एटीएम (ATM) सर्विस शुरू करने के लिए बैंक को कई लाख रुपए की लागत लगाती है। और इसके रखरखाव (maintenance) में हर महीने 20000 से 50000 तक का खर्चा बैंक को उठाना होता है। एटीएम (ATM) के जगह का किराया, इंटरनेट बिल, बिजली का बिल,सीसीटीवी सेवा, सिक्योरिटी गार्ड की तनख़्वाह जैसे खर्चे होते है। इतना खर्चा होने पर बैंक को एक दिन में साधारण कम से कम 80-100 लेनदेन की ज़रूरत होती है। इससे कम लेन देन होने पर बैंक एटीएम (ATM) बैंक करवा देता है।
एटीएम (ATM) के तुलनात्मक माइक्रो एटीएम (Micro ATM) सर्विस शुरू करने में बैंक को काफी काम लागत आती है। एक माइक्रो एटीएम (Micro ATM) को शुरू कराने में बैंक को लगभग 20000 तक का खर्चा हो जाता है।एटीएम (ATM) सर्विस के तुलना में यह खर्चा काफी कम है।
ग्रामीण इलाके में सभी लोग पढ़े लिखे नहीं होते। साथ ही सभी को टेक्नोलॉजी समज में नहीं आती। एटीएम (ATM) का इस्तेमाल कैसे करना होता है यह भी काफी लोग नहीं जानते। इसी कारन वह पैसे निकालने के लिए बैंक में ही जाना पसंद करते है। अभी हर गांव में तो बैंक होता नहीं है। कई बार बैंक जाने के लिए लोगों को काफी दूर जाना पड़ता है। इसी कारन लोग बैंक में पैसे जमा करने में भी झिझकते हैं।
लेकिन सरकारी योजना द्वारा मिलने वाले पैसे अभी सीधा बैंक खातों में जमा हो रहे है। जैसे की पीएम किसान पेंशन अभी सीधा किसानों के खातों में जमा हो रही है। यह पेंशन बैंक में जाकर निकालने गांव के किसानों को काफी दिक्कत होती है। लेकिन माइक्रो एटीएम (Micro ATM) द्वारा हर कोई अपने गांव में ही पैसे निकाल सकता है।
इन्ही सभी कारन की वजह से माइक्रो एटीएम (Micro ATM) की शुरुवात हुई है।
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) के फायदे ?
1) बैंक ग्राहकों का फायदा –
गांव में ही बैंक और एटीएम (ATM) की सर्विस मिलने से दूरदराज के बैंक में चक्कर लगाना नहीं पड़ता। इससे समय काफी बच जाता है। बैंक से आधार लिंक कर के हर कोई इस सेवा का लाभ उठा सकता है। माइक्रो एटीएम (Micro ATM) के माध्यम से टिकट बुकिंग,बिजली का बिल,मोबाइल बिल का भुगतान जैसे ऑनलाइन सेवाओं का भी लाभ उठाया जा सकता है।
2) सुरक्षा –
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) में आधार संख्या और बायोमैट्रिक तकनीक का इस्तेमाल होने की वजह से यह पूर्णतः सुरक्षित है।
3) बैंक का फायदा –
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) में सामान्य एटीएम (ATM) से कम लागत आने की वजह से बैंक के पैसे बच जाते है। बैंक अपने सभी ग्राहकों को अच्छी सेवाएँ उपलब्ध करा सकता है।
4) सरकार का फायदा –
लोगों को डिजिटल लेनदेन कराने में बढ़ावा देना और डिजिटल लेनदेन सुरक्षित और सुविधाजनक रूप से देश की जनता तक पहुँचाना यह एकमात्र उद्देश्य इसके पीछे है।
माइक्रो एटीएम (Micro ATM) की सीमाएँ –
वैसे तो माइक्रो एटीएम (Micro ATM) की रचना काफी लचीली बनायीं है। फिट भी इसमें कुछ सीमाएँ है। जैसे की माइक्रो एटीएम (Micro ATM) से हम ज्यादा बड़ी रकम नहीं निकाल सकते है। महीने में 5 से ज्यादा लेन देन के बाद चार्जेज लगते है। हम माइक्रो एटीएम (Micro ATM) से एक बार में ज्यादा से ज्यादा 10000 रुपए निकाल सकते है।