Callable Deposit Meaning In Hindi – प्रतिदेय सावधि जमा
Non Callable Deposit Meaning In Hindi – गैर प्रतिदेय सावधि जमा
आजकल बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट FD के 2 प्रकार के लिखे होते है।
- Callable Fixed Deposit – प्रतिदेय सावधि जमा
- Non Callable Fixed Deposit – गैर प्रतिदेय सावधि जमा
Callable Deposit Meaning In Hindi & Non Callable Deposit Meaning In Hindi
इस लेख के माध्यम से आज हम कॉलेबल और नॉन कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट की पूरी जानकारी प्राप्त करेंगें।
जब भी हम सावधि जमा के आगे वाले स्तम्भ को देखते हैं,तो 2 स्तम्भों में अलग अलग ब्याज लिखा पाते हैं। Callable वाले स्तम्भ में Non Callable से कम ब्याज लिखा होता है। कॉलेबल और नॉन कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट का हिंदी शब्द दर शब्द अनुवाद हम ने ऊपर देखा है। अभी हम कार्यालयीन कठिन भाषा के आलावा आसान भाषा में दोनों के फायदे और नुकसान जानेंगें।
कॉलेबल डिपॉजिट Callable Deposit Meaning In Hindi –
अगर हम कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट FD करते हैं,तो हम FD परिपक्व या मैच्योर होने से पहले भी हमारे पैसे निकाल सकते हैं। ऐसी परिस्थिति में बैंक हमसे दंड लगा कर हमारे पैसे वापस करती है। जरुरत होने पर कॉलेबल डिपॉजिट में हम FD मैच्योर होने से पहले भी रकम निकल सकते हैं। ”जब चाहो पैसे निकल सकते हो ” वाली हमारी सुविधा बैंक के लिए दुविधा होती है। इसी लिए FD मैच्योर होने से पहले रकम निकालने पर बैंक हम से जुर्माने के तौर पर कुछ रकम काट लेती है।
कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे –
- जब चाहे पैसे निकाल सकते हैं।
कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट के नुकसान –
- मैच्योरिटी के पहले पैसे निकालने पर जुर्माना लगता है।
- कॉलेबल डिपॉजिट एफडी में कम ब्याज मिलता है।
नॉन कॉलेबल डिपॉजिट Non Callable Deposit Meaning In Hindi –
भारतीय बैंकों की पैसे की तरलता की समस्या के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने भारत में नॉन-कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट शुरु किया है । नॉन-कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट में लॉक इन पीरियड होने के कारन हम जब चाहे बैंक से पैसे निकाल नहीं सकते। इसी कारन बैंक को यह रकम आगे कर्ज के रुप में देने में आसानी होती है। बैंक इस पैसे से ज्यादा मुनाफा कमाती है। इसी लिए बैंक नॉन-कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज देती है। अगर हम नॉन कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट FD करते हैं तो हम FD परिपक्व या मैच्योर होने से पहले हमारे पैसे निकाल नहीं सकते हैं। नॉन कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट में लॉक-इन अवधि होती है। मृत्यु ,दिवालियापन,व्यवसाय समापन आदि परिस्थितियों में कोर्ट के आदेश पर बैंक नॉन कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा रकम को परिपक्वता तिथि से पहले निकालने की अनुमति देती है।
नॉन कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट केफायदे –
- नॉन कॉलेबल डिपॉजिट एफडी में जादा ब्याज मिलता है।
नॉन कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट केनुकसान –
- जब चाहे पैसे नहीं निकाल सकते हैं।
- मैच्योरिटी के पहले पैसे निकाल ही नहीं सकते है।
” नॉन कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट ” के शुरू होने से पहले हमारे देश में सारे डिपॉजिट ” कॉलेबल फिक्स्ड डिपॉजिट ” ही थे।