बैंकिंग में सीबीएस क्या है? (What is CBS in Banking)
बैंकिंग में सीबीएस क्या है? (What is CBS) यह सवाल जब भी उठता है तब इसका जवाब है – कोर बैंकिंग समाधान ।
सीबीएस – कोर बैंकिंग समाधान (CBS – Core Banking Solution)
C – Centralized
O – Online
R – Real Time
E – Exchange / Environment
बैंक के सभी शाखाओं को जोड़ने का काम सीबीएस (CBS) करता है। सभी शाखाओं को एक दूसरे से जोड़ने की वजह से बैंक ग्राहक,बेकिंग सेवाओं का लाभ कहीं से भी उठा सकते है।
CORE का एक मतलब यह भी है,की यह एक ऐसा वातावरण (environment) है, जो की सेंट्रलाइज्ड(Centralized) है,ऑनलाइन (Online) तरीके से रियल टाइम (Real Time) में काम करता है।
अभी हम सीबीएस (CBS) को विस्तार से जानेंगे। सीबीएस (CBS) को कोर बैंकिंग सोल्युशन या कोर बैंकिंग सिस्टम भी कहा जाता है। सीबीएस (CBS) किसी भी बैंक के सभी शाखाओं को एक दूसरे से जोड़ने का काम करात है।
आज के समय में सभी बड़े बैंक सीबीएस (CBS) का उपयोग करते है। इसीलिए हमें यह ज्यादा बड़ी बात नहीं लगती। लेकिन जब पुराने दिनों में सीबीएस (CBS) उपयोग में नहीं था तब बैंकिंग सेवाओं ला लाभ उठाना आज के जितना आसान नहीं था। जिस किसी बैंक के शाखा में हमारा खाता है,उसी बैंक शाखा में जाकर हम बैंक सेवाओं का लाभ उठा सकते थे।
पैसे जमा करना,बैंक से पैसे निकलना,बैंक द्वारा किसी को पैसे भेजना आदि कामों के लिए हमे उसी बैंक शाखा में जाना पड़ता था। किसी काम से हम दूसरे गांव या शहर चले गए तो बैंक सेवाएँ पाना नामुमकिन था।
सीबीएस (CBS) कैसे काम करता है ?
जिस बैंक ने सीबीएस (CBS)अपनाया हो उस बैंक की सभी शाखाएँ एक दूसरे से इंटरनेट के माध्यम से जुडी होती है। इस से बैंकिंग सेवाएँ काफी तेज हो जाती है। पुराने ज़माने की तरह हम बस एक शाखा के ग्राहक न रहते हुए पुरे बैंक के ग्राहक बन जाते हैं।
उदाहण के तौर पर हम एसबीआई (SBI) की बात करते है। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) ने सीबीएस (CBS) द्वारा अपने सभी शाखाओं को एक दूसरे से जोड़ रखा है। मान लो की आप का एसबीआई (SBI) के मुंबई ब्रांच में खाता है। और आप किसी काम से दिल्ली गए हो,और आप को बैंक में पैसे जमा कराने है। तो नजदीकी एसबीआई (SBI) के शाखा में जाकर आप आराम से पैसे जमा कर सकते है। यह सुविधा सीबीएस (CBS) की मदद से ही मुमकिन हो पाती है।
सीबीएस (CBS) के फायदे –
सीबीएस (CBS) रियल टाइम में काम करता है। रियल टाइम याने तुरंत,बिना कुछ दे लगे। इससे समय की काफी बचत हो जाती है।
सीबीएस (CBS) के नुकसान –
सीबीएस (CBS) की ऐसे नुकसान कुछ नहीं है। पर यह सेवाएँ उपलब्ध कराने में बैंक को काफी खर्चा उठाना पड़ता है। सीबीएस (CBS) इंटरनेट और सॉफ्टवेयर के द्वारा काम करता है,इसी लिए बैंकों को प्राइवेट कम्पनीज का सहारा लेना पड़ता है। किसी कारणवश इंटरनेट सेवाएँ बंद हो तो सीबीएस (CBS) काम नहीं करता। इसके चलते सभी बैंकिंग कामकाज बंद हो जाते है। बैंक में ‘सर्वर डाउन है’ यह आपने कई बार सुना होगा। सर्वर डाउन मतलब इंटरनेट या और किसी तकनीकी दिक्कत के चलते सीबीएस (CBS) काम नहीं कर रहा होता है।